उत्तरी हरिद्वार में अस्पताल निर्माण को स्वीकृति न मिलने पर भड़के लोग

उत्तरी हरिद्वार में अस्पताल निर्माण को लेकर शासन से स्वीकृति न मिलने पर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए लोगों ने भीमगोड़ा तिराहे पर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि मुख्यमंत्री और शहरी विकास मंत्री ने उत्तरी हरिद्वारवासियों के साथ धोखा किया है।
शुक्रवार को सरकार के विरोध में स्थानीय लोग सड़क को पर उतर आए। लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भीमगोड़ा के पार्षद कैलाश भट्ट ने कहा कि उत्तरी हरिद्वार में अस्पताल निर्माण की मांग डेढ़ दशक पुरानी है। क्षेत्र में सरकारी अस्पताल न होने के चलते स्थानीय लोगों को इलाज के लिए भटकना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल को स्वीकृति न देकर सरकार और शहरी विकास मंत्री ने स्थानीय जनता को धोखा दिया है। पार्षद ने कहा कि अब उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र की अवहेलना बर्दास्त नहीं की जाएगी।कांग्रेस के ब्लॉक महासचिव प्रशांत शर्मा ने कहा कि स्नान पर्व और मेलों के दौरान उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र मध्य हरिद्वार से पूरी तरह कट जाता है। सड़क भीड़ से पैक होने के चलते लोग जिला अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते हैं।
एंबुलेंस भी उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में नहीं पहुंच पाती है। प्रशांत ने कहा कि कई लोग समय से इलाज न मिलने पर असमय काल के ग्रास बन गए। कांग्रेस मायापुर ब्लॉक अध्यक्ष रवि कश्यप ने कहा कि अगर अस्पताल निर्माण को जल्द स्वीकृति नहीं मिलती है तो सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। बलराम गिरि कहा कि उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र की उपेक्षा सरकार पर भारी पड़ेगी। प्रदर्शन के दौरान महावीर वशिष्ठ, आकाश भाटी, खुशीराम रतूड़ी, सुशील गार्गी, शिवम गिरि, राजू, श्याम भट्ट, रजत कंडवाल, आशीष भट्ट, करण राणा, शत्रुघन गिरि, राजेंद्र, संतोष पांडेय, मधुकांत गिरि, ऋषभ गिरि, विनीत शर्मा, लाभम जोशी, राहुल पाठक, बिजेंद्र, राजा शर्मा आदि शामिल रहे।